अगर फैक्ट्री के मालिक श्रमिकों को 1 महीने खिला नहीं सकती तोफैक्ट्री को फैक्ट्री मालिक से छीन लेनी चाहिए

कल दिनांक 15. 05. 2020 को निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संजय कुमार निषाद जी द्वारा प्रेस वार्ता में श्रमिकों के हक की बात करते हुए कहा कि पिछली सरकारों ने ठीक से कानून बनाया होता तो श्रमिकों को डंडे नहीं खाने पड़ते
गोरखपुर। गुजरात मुंबई कोलकाता हरियाणा एवं दिल्ली में फंसे उत्तर प्रदेश के प्रवासी मजदूरों के सकुशल घर वापसी के लिए निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय कुमार निषाद ने प्रदेश व केंद्र सरकार को आगाह किया कि हमारे प्रदेश के लोगों दूसरे प्रदेश में कमाने के लिए जाते ही नहीं अपितु उस प्रदेश की आर्थिक गति को पिछली सरकारों ने बढ़ाते या बढ़ावा देते हैं लेकिन इस वैश्विक महामारी में अगर फैक्ट्री के मालिक श्रमिकों को 1 महीने खिला नहीं सकती तो सरकार को ऐसे कानून बनाकर के फैक्ट्री को फैक्ट्री मालिक से छीन लेनी चाहिए जो प्रदेश प्रवासियों को भोजन व राशन मुहैया न करा सके उक्त बातें निषाद पार्टी के राष्ट्रीय कार्यालय पादरी बाजार पर राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संजय कुमार निषाद ने पत्रकार वार्ता के दौरान कही श्री निषाद ने कहा कि मजदूरों को पैसा ना दे पैसे का पेड़ लगाएं रोजगार पैदा करें फैक्ट्रीया लगाएं अगर अपने प्रदेश में रोजगार मिलेगा अपना ही प्रदेश तरक्की करेगा क्योंकि बाहर के प्रदेशों में लोग जाएंगे तो बाहर का प्रदेश ही तरक्की करेगा श्री निषाद ने कहा कि 73 सालों से कांग्रेस की सरकार रही इस प्रदेश में कई बार प्रधानमंत्री दिए लेकिन फिर भी यह प्रदेश पिछड़ा रह गया श्रमिक कानून में 3 साल के लिए अस्थाई बदलाव योगी सरकार ने किया है कि अगर मजदूर 12 घंटे काम करेगा तो डेढ़ गुना मजदूरी मिलेगी यानी उसे अब घंटे के हिसाब से मजदूरी मिलेगी तो योगी सरकार ने बहुत ही अच्छा सराहनीय कदम उठाया मजदूरों के हित में प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी से मांग किया कि सबसे पहले उन गरीब एवं असहाय माताओं के बेटों को उनके घरों पर जिंदा पहुंचाने का प्रबंध राज्य व केंद्र सरकार को करना चाहिए सरकार के पास असीमित संसाधन है उसे कानून बनाकर के श्रमिकों को घर पहुंचाएं अगर कानून श्रमिकों के हित में बने होते तो आज श्रमिकों को डंडे खाने की नौबत नहीं आती