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अयोध्या में एकलव्य छात्रावास पर भू माफियाओं का कब्जा , निषाद पार्टी ने सौंपा ज्ञापन

अयोध्या में एकलव्य छात्रावास पर भू माफियाओं का कब्जा , निषाद पार्टी ने सौंपा ज्ञापन

भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या में भू माफियाओं द्वारा एक छात्रावास पर अवैध कब्जा करने का मामला सामने आया है ।
हम बात कर रहे हैं एकलव्य छात्रावास की जिसे ब्रह्मलीन महंत मोहन दास शास्त्री ने अपने जीवन काल में प्रारंभ किया था । मोहनदास दास शास्त्री ने पढ़ने वाले गरीब बच्चों की दयनीय हालत देखी तो मोहल्ला बाद बैग बिजेसी ,निकट टेढ़ी बाजार चौराहा स्थित राग लाल खेल वाटिका आश्रम के निकट नजूल की भूमि गाटा संख्या 161 / 1 किश्तवार संख्या 109 को छात्रावास के लिए आवंटित कराया और वेदव्यास सेवा संस्थान नामक संस्था के माध्यम से एकलव्य छात्रावास की स्थापना की, जिसे उन्होंने अपने अथक प्रयासों से जनता से लेकर राजनेताओं तक से सहयोग लेकर निर्मित करवाया मगर कालांतर में तबीयत खराब होने के कारण अपने शिष्य हरिराम दास को लेकर अपने गांव चले गए ।
गांव जाने से पहले हरिराम दास ने आश्रम की अस्थाई देखरेख एवं पूजा पाठ की जिम्मेदारी रामखेलावन निषाद को सौंप दी । लगातार तबीयत खराब रहने के कारण महंत मोहन दास लंबे समय तक गांव में ही रह गए एवं वही अपनी अंतिम सांस ली, इसी बीच रामखेलावन की नियत आश्रम एवं छात्रावास की संपत्ति पर खराब हो गई । उसने भू माफियाओं से मिलकर फर्जी कागजात बनाकर स्वयं को स्वामी घोषित कर लिया एवं मारपीट कराकर छात्रावास को खाली कराया । जब निषाद समुदाय के लोगों ने पंचायत बुलाई तो रामखेलावन ने अपनी गलती को स्वीकारा तथा सब कुछ पहले जैसा ठीक करने का वादा किया मगर बहुत समय बीत जाने के बाद भी उसने अपना वादा पूरा नहीं किया ।
जब यह मामला निषाद पार्टी के पदाधिकारियों के संज्ञान में आया तो राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर संजय निषाद के निर्देशानुसार पार्टी के पदाधिकारियों कार्यकर्ताओं ने माननीय मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन माननीय जिलाधिकारी महोदय अयोध्या एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय को छात्रावास को खाली कराने के संदर्भ में दिया ।
ज्ञापन देने वालों में मनीराम निषाद, इंद्रपाल यादव, मनोज निषाद, संतोष निषाद, निषाद विजय निषाद सुनीता निषाद श्याम लाल, निषाद आदि सम्मिलित रहे

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