दिनांक 29 सितंबर 2020 निषाद पार्टी के कार्यकारिणी कोर कमेटी बैठक

दिनांक 29 सितंबर 2020 निषाद पार्टी के कार्यकारिणी कोर कमेटी, एग्जीक्यूटिव कमेटी, महिला मोर्चा, युवा मोर्चा व प्रदेश के सभी पदाधिकारियो की अल्पकालिक, पूर्णकालिक प्रचारक लखनऊ कार्यालय पर बदले हुए राजनीतिक माहौल को देखते हुए बैठक हुई, जिसमें विचार विमर्श हुआ, सभी लोग एक ही बात कहीसदियों से धोखा खाया हुआ यह समुदाय शिकारियों के चंगुल से पहली बार निषाद पार्टी के साथ आया है। लेकिन मीडिया व सोशल मीडिया के माध्यम से कुछ लोग अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए मीडिया का सहारा लेकर कार्यकर्ताओं और उस समाज को भटकाने का काम कर रहे हैं। गठबंधन शीर्ष नेताओं के बैठक से हुआ था जब तक निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शीर्ष नेताओं के साथ बैठक नहीं कर लेते पार्टी के लोग गुमराह ना हो समाज का भला प्रत्याशी से नहीं पार्टी से होगा। निषाद पार्टी पूर्व प्रत्याशियों के लिए मल्हनी सीट के लिए भरपूर प्रयास किया लेकिन उनका इतिहास राजनीतिक क्रियाकलाप बीजेपी के खिलाफ रहा 2019 लोक सभा चुनाव में बीजेपी के विरोध में रहा है । निषाद पार्टी के को छोड़कर विरोधी पार्टी का प्रचार किया गठबंधन के विरोध में रहे। वर्तमान में राष्ट्रीय अध्यक्ष, गृह मंत्री, मुख्यमंत्री प्रत्याशी के कृत्य और क्रियाकलाप से खुश नहीं है और संतुष्ट भी नहीं है। इसलिए निषाद पार्टी और बीजेपी दोनों मिलकर गठबंधन के धर्म का पालन करेगी और आने वाले उपचुनाव में 8 सीटों पर निषाद पार्टी बीजेपी से मिलकर चुनाव लड़ेगी। उप चुनाव से न सरकार बनेगी और न बिगड़ेगी। इसलिए कार्यकर्ता और पदाधिकारी मिशन 2022 की तैयारी करे। उप चुनाव निषाद पार्टी बीजेपी के नेतृत्व से एक दो सीट पर निषाद पार्टी के सिम्बल पर चुनाव लड़ने की मांग की है ।
उत्तर प्रदेश के साथ देश के मछुआ समुदाय एवं उनकी उप जातियों का साथ ही सत्ता सुख से वंचित सभी जातियों और समुदायों का विकास हो, इनका सामाजिक, राजनैतिक, आर्थिक उत्थान हो, विकास की मुख्यधारा में उन्हें लाया जा सके, राजनीतिक संरक्षण मिले, इनके ऊपर जो अत्याचार हो रहा है उन्हें न्याय मिले, 70 साल से सताए हुए निर्बलों, गरीबों को शासन प्रशासन से सुरक्षा मिले। इसी उद्देश्य से निषाद पार्टी बीजेपी से गठबंधन हुआ है।
सदियों से इनका आरक्षण का मुद्दा पिछली सरकारों ने कोर्ट और सदन में उलझा रखा। निषाद पार्टी भाजपा के गठबंधन ने उच्च जाति व उच्च अधिकारियों से अनुसूचित जाति आरक्षण प्रमाण पत्र जारी कराने का शासनादेश जारी करा कर डीएम तक पहुंचाया था। लेकिन अम्बेडकर वादियों ने हमसे वोट लिया था उन्होंने ही कोर्ट से स्टे ले लिया यह पार्टियां हमारी राजनीति दुश्मन है। हम लोगों को आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि केंद्र और राज्य में भाजपा की सरकार है, निषाद पार्टी और यह वंचित समुदाय गठबंधन में आगामी आम चुनाव तक पूर्ण निष्ठा के साथ रहेगी । जैसे सभी मुद्दे को भाजपा हल कर रही है समय आने पर हमारे मुद्दे को भी हल करेगी।