उत्तर प्रदेश

निषाद पार्टी का पंचायत चुनाव में बजा डंका,क्षेत्रीय पार्टियों में सबसे ऊपर

देश में जारी कोरोना वायरस महामारी के बीच हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के सभी नतीजे घोषित हो चुके हैं। तो वहीं, 3050 पदों पर जिला पंचायत सदस्यों के लिए हो रहे चुनाव में सभी राजनीतिक दलों ने अपने अधिकृत उम्मीदवार मैदान में उतारे थे और यही पंचायत चुनाव में पार्टियों की जीत-हार का पैमाना भी साबित हुआ है। पहली बार अकेले पंचायत चुनाव लड़ रही निषाद पार्टी ने भी उत्तर प्रदेश की राजनीति में अपनी सीधी उपस्थिति दर्ज कराकर सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है। इस बार के पंचायत चुनावों के परिणामों को देखें तो किसी भी दल को इस चुनाव में पूर्ण बहुमत नहीं मिला, लेकिन क्षेत्रीय पार्टियों का आंकड़ा देखे तो निषाद पार्टी उभरकर सामने आई है।
आज निषाद पार्टी के प्रदेश में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में निषाद पार्टी ने पूरे प्रदेश में हलचल मचा दिया। निषाद पार्टी ने सबसे अधिक प्रत्याशी हमीरपुर प्रयागराज, भदोही, सुल्तानपुर, सोनभद्र, गोरखपुर में उतारे थे, जहां प्रत्याशी विजयी भी हुए।

70 साल के इतिहास में पहली बार निषाद समाज के लोगों ने अपनी उपस्थिति का सीधा परिचय दिया है। प्रदेश के हर जिले में दो चार निषाद पार्टी के उम्मीदवार जीतने से प्रदेश की राजनीति में नया अध्याय जोड़ दिया है। गोरखपुर में नौसढ़ में वार्ड नं. 27 से 7000 वोट पाकर धीरज साहनी ने जीत दर्ज की वहीं रामनगीना साहनी के भाई को हार की मुंह देखनी पड़ी। गोरखपुर में लगभग 4 दर्जन सीटों पर निषाद पार्टी के उम्मीदवार लड़ने से भाजपा के मुख्यमंत्री के क्षेत्र में सूपड़ा साफ हो गया। निषाद पार्टी का कम समय में बढ़ते जनाधार को देखकर अन्य दलों के राजनीतिक विश्लेषकों को पुरानी जमीन दिखने लगी।
बता दें गोरखपुर जिले में रोहिणी ताप्ती नदी बहती है बीच में तुरा और चिलुआ छोटी नदियां हैं कई बड़े ताल हैं चारों तरफ निषाद बिरादरी के लोग निवास करते हैं। गोऱखपुर में लगभग 25 फीसदी आबादी निषादों की है। किसी तरह यह अपना जीवन यापन बहुत मुश्किल से करते है। इसके पहले कभी कांग्रेस कभी सपा कभी बसपा या भाजपा या किसी चर्चित व्यक्ति को ही वोट जाता रहा मगर इधर पिछले 2013 से निषाद पार्टी ने प्रदेश और जिले में संगठन खड़ा किया । धीरे धीरे जनाधार बढ़ता रहा इस बार जिला पंचायत में अपनी उपस्थिति के साथ साथ जीत भी दर्ज कराई। आरक्षण और जातिगत समीकरण को देखते हुए कहीं पासवान धोबी, यादव ठाकुर , ब्राह्मण को भी टिकट दिया गया।

Tags
Show More

Related Articles

2 Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
Close
Close