निषाद पार्टी के बढ़ते वर्चस्व से डर रही हैं दूसरी पार्टियां:- डॉ संजय निषाद।

ऐसा लगता है निषादों के मसीहा के रूप में प्रसिद्ध हो चुके डॉक्टर संजय निषाद निषादों को जगाने के लिए जैसे जी जान लगा दिए हैं। निषादों के हित के लिए हमेशा खड़ी रहने वाली निषाद पार्टी अपने कार्यकर्ता सम्मेलनों की वजह से इस समय काफी चर्चा में आ गई है । डॉक्टर संजय निषाद के लगातार हर जिले के अलावा अन्य प्रदेशों में भी कार्यकर्ता सम्मेलनों की होड़ को देखते हुए ऐसा लगता है कि आने वाले चुनावी दंगल में निषाद पार्टी जरूर कुछ उलटफेर करेगी। कार्यकर्ता सम्मेलनों के इसी क्रम में आजमगढ़ के अतरौली कस्बे में चांदनी चौक पर निषाद पार्टी का कार्यकर्ता सम्मेलन आहूत किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद रहे।
डॉक्टर संजय निषाद ने अपने संबोधन में कहा कि निषाद पार्टी के कार्यकर्ता सम्मेलनों में मछुआ समुदाय की भीड़ को देखते हुए अब हमारा सीना चौड़ा हो जाता है, और जिस प्रकार से निषाद पार्टी से मछुआ समुदाय जुड़ रहा है ,उसको देखते हुए अन्य पार्टियां डर के मारे कंप रही हैं और ऐसा होना लाजमी भी है क्योंकि अन्य पार्टियों ने सिर्फ निषाद समुदाय का शोषण किया है। निषाद पार्टी ही एक ऐसी पार्टी है जो निषादों के हक के लिए खड़ी रहती है। आजमगढ़ के कार्यकर्ता सम्मेलन को सफल बनाने में अनिल निषाद ,अरविंद निषाद, प्रदीप सिंह ,दीपक निषाद ,घनश्याम निषाद, आलोक गौड़, गुड्डू, निषाद सोहराई, निषाद, राकेश, निषाद राम अजोर, निषाद राम भुवाल निषाद आदि ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।
