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युवा ही बदलेंगे मछुआ समाज की तस्वीर – ई. सरवन निषाद

युवा क्रान्तिकारी स्वर्गीय भगतसिंह जी ने कहा था जब तक युवा राजनीति में नही आएगा तब तक उस देश व समाज का कभी भला नही हो सकता. युवा उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक मंजिल प्राप्त न हो जाए’ का संदेश देने वाले युवाओं के प्रेरणास्त्रोत, समाज सुधारक युवा युग-पुरुष ‘स्वामी विवेकानंद’ जी थे । आज समाज के बेहतर भविष्य के लिए निषाद पार्टी की विचारधारा ही युवाओं में एक नई शक्ति और ऊर्जा का संचार कर सकती हैं। किसी भी समाज के युवा उस समाज के भविष्य होते हैं। उन्हीं के हाथों में समाज की उन्नति की बागडोर होती है। आज के पारिदृश्य में जहां देखो चारो ओर अपने समाज पर अत्याचार, भ्रष्टाचार, बुराई, अपराध का बोलबाला है जो अंदर ही अंदर समाज को कमजोर कर रहे थे ऐसे में निषाद पार्टी ने कैडर के माध्यम से समाज के इतिहास को विश्व पटल की धरती पर लाकर युवाओ को ज़िंदा कर दिया । आज वो अपनी लड़ाई निषाद पार्टी के माध्यम से लड़ने में सक्षम है समाज के युवा शक्ति को जागृत करना और उन्हें समाज के प्रति कर्तव्यों का बोध कराना अत्यंत आवश्यक हो गया था । निषाद पार्टी की राजवंशीय विचारधारों में वह क्रांति है जो सारे युवाओं में नई चेतना , जोश और जुनून भर देता है । उनके दिलों को भेद कर रगो में दौडते हुए खून की रफ़्तार में नई ऊर्जा भर देता है ।

 

निषाद वंश की सभी जातियाँ ‘जगत में बड़ी-बड़ी विजयी जातियां हो चुकी हैं। निषादराज के वंशज भी विजेता रह चुके हैं। समाज के विजय की विजयी गाथा महामना मा. डा संजय कुमार निषाद जी ने उधम सिंह निषाद जी की तरह रणनित बना कर दुश्मनों को मात देते हुए जय निषाद राज की शोर सड़क से लेकर संसद भवन तक पहुँचाया है ।

‘ निषाद पार्टी की आशाएं युवा वर्ग पर टिकी हुई हैं’। अत:आप सभी युवा साथी से अनुरोध है अपनी लड़ाई ख़ुद लड़नी होगी कोई भी आपके सहयोग में नहीं रहेगी क्योंकि लड़ाई सत्ता की है । जिसे हर हाल में क़ब्ज़ा करना है ।

जय निषाद राज

                         
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