अपने सपनों को “जिन्दा” रखिए!

अगर आपके “सपनों” की “चिंगारी” बुझ गई है,
तो इसका मतलब यह है कि आपने जीते जी “आत्महत्या” कर ली है !!
#एक_कहानी_के_माध्यम_से!! एक जानवर जिसे हम सभी लोग भलि भांति जानते हैं! जिसे कुत्ता कहते हैं कुत्ते को तो अपने बच्चे की चिन्ता नहीं होती है क्योंकि उसके समझ (बुद्धि) नहीं है! आवारा बनकर घूमता रहता है! लेकिन कुत्ते के बच्चे की माँ जिसको हम लोग कुतिया कहते हैं! अगर कुतिया के बच्चे को कोई छेड़ दे तो कुतिया अपने से 100 गुना ताकतवर को भी दौड़ा लेती है! यदि मौका मिले तो उसका मांस भी निकाल ले! आज आदमी तो कुत्ते और जानवर से भी बदतर है जो अपनी आंखों से देख रहा है कि उसका और उसके बच्चों का हिस्सा ये सपा, बसपा, भाजपा, कांग्रेस 70 – 72 सालों से खा रहीं हैं! हम लोगों के ऊपर लगभग चालीस हजार रूपये का कर्ज हो गया है! और हम लोग आंख मूंदकर घर बैठे हैं! जिस दिन छोटा बच्चा जान जायेगा की यह अनावश्यक कर्ज मेरे ही बाप के वजह से है तो उस दिन से दाना-पानी देना बंद कर देगा! अभी अवसर है कि अब से सजग हो जाइए और अपने बच्चों के भविष्य को बचा लीजिए नहीं तो आने वाली पीढ़ी किसी को माफ नहीं करेगी!
जय निषाद राज………………….????????
निषाद पार्टी ज़िंदाबाद !!
मा डा संजय कुमार निषाद जी जिन्दाबाद !!
✍️ #Alok_Nath_Nishad
#it_cell_Nishad_Party_prayagraj