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सभी समस्यायों के निदान की मास्टर चाबी गांव में गरीब और गंवार जनता के पास है

सभी सामाजिक, राजनैतिक संगठनों के कार्यकर्ताओं से अपील…….
सोशल मीडिया के माध्यम से हर कोई समझाना ही चाहता है, समझना कुछ नहीं चाहता।
आज लोग फेसबुक पर नो लाइक्स, नो कमेंट्स, कापी पेस्ट, सबैधानिक अधिकारों से वंचित समुदाय या समाज को गुमराह करने और विकास की मुख्यधारा से कोसो दूर जो अन्तिम पावदान पर सक्रिय एवं समर्पित होकर कार्ययोजना तैयार कर काम कर रहे हैं। बिना तथ्य व प्रमाण के ही उन्हें आरोपित प्रत्यारोपित करने में व्यस्त हैं।
युवाओं को बेरोजगारी का बिल्कुल भी एहसास नहीं है, फेसबुक, व्हाट्सएप्प, ट्वीटर आदि ने बिना सैलरी के लोगों को व्यस्त किया हुआ है। आर्थिक स्रोतों, न्यायिक प्रणाली, प्रशासनिक अधिकारियों पर सत्ताधारी पार्टी का कब्जा है। युवाओं को बर्बाद करने में सत्ता में बैठे लोगों ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। कुछ लोग सिर्फ नफरत फैलाने वाले हैं।
लोगों को ऐतिहासिक, सामाजिक, आर्थिक, वैज्ञानिक, राजनैतिक, लोकतांत्रिक, प्रजातांत्रिक व्यवस्था एवं वोट एवं पार्टी की महत्ता जिन्हें कुछ पता नहीं है वह समुदाय, वर्ग व समाज बर्वाद है।
जिन्हें समझ आ गया वह लोग सत्ता पर कब्जा कर आजाद है। (अर्थ निति, वित्त निति, कर निति, मुद्रण निति, उद्योग निति, रोजगार निति) निति निर्धारण एवं विनियमतिकरण से एक विशेष वर्ग एवं व्यक्तियों को सत्ता का लाभ देकर विकास की मुख्यधारा में लाया जा रहा है।
जिसके पास राजनैतिक जानकारी, समझदारी, जिम्मेदारी, उत्तरदारी, इमानदारी नहीं है या उपरोक्त बातें जो नहीं जानते हैं उन्हें जनता कहते हैं। जो पूरा जाने, छाने तब मानें उसे नेतृत्वकर्ता कहते हैं।
सभी समस्यायों के निदान की मास्टर चाबी गांव में गरीब और गंवार जनता के पास है।
संख्या के आधार पर संविधान में सूचीबद्ध अनुसूचित जाति व जनजाति आरक्षण से इनकी सारी समस्याएं चुटकी में सुलझ सकती है, आरक्षण प्रणाली एवं विशेष अवसर है जिसे लोग भूल चुके हैं। लोग भगवान भरोसे है, समस्याओं का समाधान संविधान से होगा, आरक्षण लागू हो, निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल ने इसी चाबी को लेने चलो गांव की ओर कार्यक्रम में लगातार लोगों को जानकर, समझदार, होशियार बनाने का शिक्षण प्रशिक्षण
(कैडर) चल रहा है।

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