हुक्मरान:हुक्मरानों के ऊपर अन्याय अत्याचार नहीं होता
#हुक्मरान:हुक्मरानों के ऊपर अन्याय अत्याचार नहीं होता
हमारे साथ अन्याय अत्याचार शोषण होता है यह सारी बातें रो-रो कर हमारा समाज कहता है और सदियों से कहता आ रहा है जब मैं उनको कहता हूं अगर इन सारी मुश्किलों मुसीबतों का हल करना है तो हमें हुक्मरान बनना होगा। क्योंकि मैंने पढ़ा और देखा है कि कम संख्या में आये हुए मुगल और पठान, बहुत कम संख्या वाले अंग्रेज और आजादी के बाद मुट्ठी भर ऊँची जातियों को देखा है। इन सारे हुक्मरानों को देखा है इन पर अन्याय अत्याचार नही होता, इनकी महिलाओं के साथ बलात्कार नही होता। आख़िर क्यों नही होता? क्योंकि यह अन्याय अत्याचार हुक्मरान के साथ नही होता।
अगर हमें भी अन्याय अत्याचार का अंत करना है, और बहुत कुछ नहीं करना है अगर सिर्फ इतनी ही चाहत है तो उसके लिए हुक्मरान बनना जरूरी है।ये जरूरत देश में रहने वाले 130 करोड़ आबादी में से लगभग 40 से 45 करोड़ आबादी के लोगों की ये जरूरत है। पूरे देश में रहने वाले निषादों के लिए भी यह ज़रूरी है, प्रदेश में रहने वाले निषादों के लिए भी जरूरी है की वे लोग हुक्मरान बने। हुक्मरान बनने के लिए “निषाद विचारधारा/निषाद पार्टी” को जन जन तक पहुँचाकर एक शक्ति का निर्माण करना होगा और जब शक्ति का निर्माण हो जाएगा तो उस शक्ति से हम हुक्मरान बनेंगे।
✍????डा. संजय कुमार निषाद ज़िंदाबाद
जय निषाद राज
निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल