आखिर_दुनियाँ_कैसे_चलती_है-#वर्तमान_व्यवस्था-निषाद राष्ट्रीय अध्यक्ष निषाद पार्टी

★आज दुनियाँ की सारी व्यवस्थाएं मौद्रिक इकॉनमी (फेक इकॉनमी) द्वारा कंट्रोल्ड हैं।
★मौद्रिक इकॉनमी को प्रोड्यूस करने का काम (पैसा बनाने का काम) व्यवसायिक बैंक करते है।
★वहीं मुद्रा व मौद्रिक व्यवस्था को कंट्रोल करने का काम केंद्रीय बैंक करते है।
केंद्रीय बैंक दुनियाँ के देशों की सरकारों के साथ ब्याज का धन्धा करते है। सरकार जनता पर टैक्स लगाकर इन्हें ब्याज देती है।
{इसका मतलब दुनियाँ के सारे देशों का सरकारी तंत्र (सचिवालयी तंत्र) सरकारों के माध्यम से केंद्रीय बैंकों के लिए के लिए काम करता है}
★केंद्रीय बैंक विश्व बैंक व IMF द्वारा कंट्रोल्ड होते है।
★विश्व बैंक दुनियाँ के चन्द मौद्रिक धनी लोगों का निजी बैंक है। जिनका वैकल्पिक नाम है #रोथ्स्चाइल्ड_एन्ड_कंपनी
★इन लोगों ने दुनियाँ की सारी सरकारों से कागजी और डिजिटली मुद्रा के बदले सारा सोना और चाँदी लूट रखा है। अब ये लोग विश्व शक्ति के रूप में उभर कर आ चुके है।
★दुनियाँ का सारा मीडिया तंत्र (सोशल मीडिया, प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया सभी )इन्हीं लोगो द्वारा विकसित और पूर्णतया कन्ट्रोल है।
★दुनियाँ का कोई भी व्यक्ति इन लोगों का मुकाबला ना कर सके इसके लिए ये लोग दुनियाँ भर में तरह तरह की समस्याओं को तैयार करते रहते है।
सोची समझी साजिश के तहत ये लोग दुनियाँ की जनता को #गरीबी, #लाचारी, #भुखमरी, #बेरोजगारी,#बीमारी #आतंकवाद जैसी समस्याओं में डालते रहते है।
★ #हिटलर जिसने जर्मनी से साम्यवादी (यूरोपीय ताकते) और पूँजीवादी (बैंकिंग माफिया) ताकतों को उखाड़ फेंका और जर्मनी को महाशक्ति बनाया लेकिन मीडिया के माध्यम से #हिटलर को बदनाम कर सत्ता का तख्ता पलट कर उसकी हत्या कर दी गई।
★#गद्दाफी जिसके शासन में लीबिया सम्मपन्न देश था को मीडिया के माध्यम से अय्यास घोषित कर नाटो सेना के माध्यम से हत्या करा दी गई।
★अमेरिका के राष्ट्रपति #एंड्रयू_जैक्सन व #अब्राहम_लिंकन की हत्या बैंकिंग सिस्टम को फॉलो ना करने की बजह से हुई।
★हिटलर से मुलाकात के बाद #सुभाष_चंद्र_बोस ने #Bank_Of_Independence के माध्यम से #आज़ाद_हिन्द_करैंसी बनाई जोकि बैंकिंग माफियों के लिए सीधी सीधी चुनौती थी। परिणाम आपके सामने है।सुभाष चंद्र बोस की हत्या का राज कोई भी सरकार खोलने के लिए तैयार नहीं है।
★डॉलर के बदले सोना बापस माँगने की बजह से (जैसा कि कागजी मुद्रा का वायदा होता है ) फ्रांस के राष्ट्रपति की रहस्यमयी तरीके से हत्याकर दी गई ।
★सारे देश मुद्रा के बदले सोना बापस ना मांगने लगे इसके लिए इजराईल के द्वारा गल्फ कंट्रीयों पर हमला कराया गया। और कागजी मुद्रा को कंट्रोल करने के लिए तेल का व्यापार सोना की जगह डॉलर में करने के लिए मजबूर किया गया।ताकि कागजी मुद्रा की डिमांड बढ़े।
★#सद्दाम_हुसैन ईराक का राष्ट्रपति जिसने तेल के व्यापार को डॉलर में करने से मना कर दिया था अंजाम क्या हुआ आप सब जानते है।
★पूँजीवादी सिस्टम के खिलाफ बोलने की बजह से #राजीव_दीक्षित की रहस्यमयी तरीके से हत्या कर दी गई।
यानिकी दुनियाँ भर में आपको मीडिया के माध्यम से समस्याओं या विकास के नाम पर जो कुछ भी दिखाया जा रहा है वह सब प्रीप्लांड है।
मीडिया हमें जो कुछ भी दिखा रहा है वह जरूरी नहीं कि सही हो।
निष्कर्ष- दुनियाँ को चन्द लोगो द्वारा चलाया जा रहा है।और इसे निरन्तर गुलामी में बदलने के लिए दुनियाँ की सारी जनता को कमजोर किया जा रहा है व तरह तरह के निरंतर प्रयास किये जा रहे है इसलिए अभी बक्त है हमें एक एक समस्या से लड़ने की बजाय समस्याओ के कारण को खत्म करने के लिए एक साथ आकर कार्य करना होगा।।
