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शोक प्रस्ताव – पूर्व मुख्यमंत्री माननीय श्री मुलायम सिंह यादव जी

शोक प्रस्ताव
पूर्व मुख्यमंत्री माननीय श्री मुलायम सिंह यादव का जन्म 22 नवम्बर 1939 को इटावा जिले के सैफेई गाँव में एक किसान परिवार में हुआ था। उन्होंने विधान सभा क्षेत्र जसवन्त नगर से अपना राजनैतिक सफर शुरू किया तथा 1967 में पहली बार विधानसभा के सदस्य चुने गए और प्रदेश के मन्त्री बने। वे उत्तर प्रदेश के तीन बार क्रमश: 05 दिसम्बर 1989 से 24 जून 1991 तक, 04 दिसम्बर 1993 से 03 जून 1995 तक और 29 अगस्त 2003 से 13 मई 2007 तक मुख्यमंत्री रहे। 1996 में श्री मुलायम सिंह यादव 11वीं लोकसभा के लिए मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र से निर्वाचित हुए तथा उन्होंने भारत के रक्षा मन्त्री के रूप में भी कार्य किया। वे कुल मिलाकर 10 बार विधानमण्डल के सदस्य तथा 07 बार लोकसभा के सदस्य निर्वाचित एक जुझारू एवं संघर्षशील नेता के रूप में उनका स्मरण सदा बना रहेगा। उत्तर प्रदेश के सियासी जगत में श्री मुलायम सिंह यादव को सम्मान से ‘नेताजी’ के नाम से सम्बोधित किया जाता है। वे पिछले लगभग पाँच दशकों से देश और उत्तर प्रदेश की राजनीति के केंद्र बिंदु रहें हैं तथा उत्तर प्रदेश एवं देश की राजनीति में उनके अमूल्य योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।
पूर्व मुख्यमंत्री माननीय श्री मुलायम सिंह यादव का जन्म 22 नवम्बर 1939 को इटावा जिले के सैफेई गाँव में एक किसान परिवार में हुआ था। उन्होंने विधान सभा क्षेत्र जसवन्त नगर से अपना राजनैतिक सफर शुरू किया तथा 1967 में पहली बार विधानसभा के सदस्य चुने गए और प्रदेश के मन्त्री बने। वे उत्तर प्रदेश के तीन बार क्रमश: 05 दिसम्बर 1989 से 24 जून 1991 तक, 04 दिसम्बर 1993 से 03 जून 1995 तक और 29 अगस्त 2003 से 13 मई 2007 तक मुख्यमंत्री रहे। 1996 में श्री मुलायम सिंह यादव 11वीं लोकसभा के लिए मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र से निर्वाचित हुए तथा उन्होंने भारत के रक्षा मन्त्री के रूप में भी कार्य किया। वे कुल मिलाकर 10 बार विधानमण्डल के सदस्य तथा 07 बार लोकसभा के सदस्य निर्वाचित एक जुझारू एवं संघर्षशील नेता के रूप में उनका स्मरण सदा बना रहेगा। उत्तर प्रदेश के सियासी जगत में श्री मुलायम सिंह यादव को सम्मान से ‘नेताजी’ के नाम से सम्बोधित किया जाता है। वे पिछले लगभग पाँच दशकों से देश और उत्तर प्रदेश की राजनीति के केंद्र बिंदु रहें हैं तथा उत्तर प्रदेश एवं देश की राजनीति में उनके अमूल्य योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।
आज दिनांक 10 अक्टूबर 2022 को उनका मेदान्ता हास्पिटल गुड़गांव में लंबी बीमारी से निधन हो गया है। उत्तर प्रदेश की मंत्रि परिषद इस दुःखद घड़ी में अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करती है तथा ईश्वर से प्रार्थना करती है कि वे श्री यादव के शोक संतप्त परिवार, परिजनों और समर्थकों को इस दुःखद घड़ी में साहस एवं सम्बल प्रदान करे।